बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । अखिल भारतीय साहित्य परिषद भारत की समस्त भाषाओं के संवर्धन और साहित्यकारों को प्रोत्साहन देने का काम करता है। आज़ादी के अमृत महोसत्व में भारत के महान सपूतों के कार्यों को जनता के समक्ष उजागर करना साहित्य परिषद का उद्देश्य है। ये विचार अखिल भारतीय साहित्य परिषद के जिला महामंत्री युवा कवि धर्मेंद्र ख़ौसे ने डिवाइन हायर सेकंडरी स्कूल बैतूल बाजार में व्यक्त किये। साहित्य परिषद द्वारा क्रान्तितीर्थ यात्रा के अंतर्गत महापुरुषों के जीवन पर आधारित जिला स्तरीय चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की थी। उसी के पुरस्कार महाराणा प्रताप जयंती पर डिवाइन स्कूल में प्रदान किये गए। पुरस्कार समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा शिक्षक प्रकोष्ठ के जिला संयोजक अजय पवार ने साहित्य परिषद के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए भारतीय संस्कृति की महत्ता बताई। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने विपरीत परिस्थितियों में भी अपना धैर्य और साहस खोए बगैर मुगलों के छक्के छुड़ा दिए। भामाशाह जैसे दानवीर उनके लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर इतिहास पुरुष बन गए। 

- विद्यार्थियों को किया पुरस्कृत...
इस अवसर पर तेजस विजयकर को प्रथम, दिव्यांशी पवार द्वितीय और चैतन्य सोनी को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया साथ ही समस्त प्रतिभागियों को भी प्रान्त स्तरीय प्रमाणपत्र दिए गए। कार्यक्रम में श्रीराम पवार, लता पानकर, अखिलेश वर्मा, प्राजक्ता सोनी, शिवानी जैन आदि ने सहयोग प्रदान किया। मंच संचालन फिजिक्स के व्याख्याता रूपेंद्र परते ने किया। आभार केमेस्ट्री के व्याख्याता श्री विश्वकर्मा ने व्यक्त किया।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 20 जून 2023