बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । जनसेवा अभियान 2.0 जो कि 15 मई से 25 मई तक चलाया गया। यदि उसके बैतूल जिले में आंकड़ों को देखा जाए तो ऐसा लगता है कि कलेक्टर अमनबीर सिंह के नेतृत्व में तमाम समस्याओं का समाधान हो गया है और रामराज्य आ गया है। यह अभियान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 विभागों की 67 जनसेवाओं के लिए चलाया था। जिसमें मैदानी स्तर पर शिविर लगाए थे। बैतूल जिले में भी जो शिविर लगाए गए उसमें आवेदनों के निराकरण को लेकर समीक्षा में 13 मई 2023 को वीडियो कान्फ्रेसिंग से जनसेवा अभियान 2.0 की समीक्षा करते हुए टॉप 5 जिलों में बैतूल की भी तारीफ की थी। जिसमें पांच जिलों में तीसरे नंबर पर बैतूल मेें 65 हजार 371 आवेदनों का निराकरण करना बताया गया था। इस समीक्षा में मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विनोद कुमार मुख्य सचिव महिला एवं बाल विकास दीपाली रस्तोगी सहित जिले के जनप्रतिनिधि और कलेक्टर भी वर्चुअली जुड़े थे। अब फाईल आंकड़े जब सामने आ रहे है तो ऐसा लग रहा है कि बैतूल में लोगों के पास शायद कोई समस्या ही नहीं रह गई है। हालाकि जिस तरह से मंगलवार जनसुनवाई में आवेदनों की संख्या बढ़ रही है और भीड़ रही है उससे सवाल जरूर खड़े होते है पर जनसेवा अभियान के आंकड़े तो यह बताते है कि समस्याओं के निराकरण और आवेदनों के निपटारे में बैतूल कलेक्टर ने एक नंबर काम किया है। जो सरकार डेटा है उसके मुताबिक तो  98 फीसदी आवेदन स्वीकृत हो गए और इस लिहाज से  बैतूल रैकिंग में 34 वें नंबर पर है। यदि थोड़ा सा प्रयास और आंकड़ों में कर लेते तो 100 फीसदी स्वीकृत वाले जिलों में बैतूल शामिल हो जाता है। खैर जो भी हो लेकिन आंकड़ों को देखने के बाद यह मानना चाहिए कि प्रशासन ने आंकड़ों को दुरूस्त करने में बहुत मेहनत की है। गांव-गांव शिविर लगाए है औ लोगों से आवेदन भी लिए है। अब उनका निराकरण कैसा हुआ और लोगों को कितना फायदा मिला है, इसके फैक्ट सामने भी नहीं आए है और न ही विपक्षी दल कांग्रेस के विधायकों ने पूछने की जहमत उठाई है ।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 23 जून 2023