बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। फाईव स्टार कालोनी को लेकर जून 2021 में हेडलाइन24x7.com और राष्ट्रीय दिव्य दुनिया ने इसके अवैध होने और हाईटेंशन लाईन के नीचे निर्माण कराए जाने जैसे मामलों को पुरजोर तरीके से उठाया था, इसके बाद तात्कालीन एसडीएम सीएल चनाप ने पटवारी प्रतिवेदन के आधार पर कालोनी को प्रबंधन में ले लिया था। फिर कालोनी को प्रबंधन में लेने के बावजूद भी वहां निर्माण कार्य कराने और प्लॉट बुकिंग करने की स्थिति सामने आने के बाद फाईव स्टार कालोनी के डेव्हलपर्स भुवन पिता हरकचंद शाह, रणबीर पिता सरगुन सिंह, मनोज पिता नानकराम आहूजा उर्फ कालू, रूपेश पिता नानकराम आहूजा और पांडू पिता पंजाबराव इंगले के खिलाफ एफआईआर कराने के लिए तात्कालीन तहसीलदार ग्रामीण को लिखित में आदेश दिए थे। 
फिर इसके बाद एसडीएम चनाप का प्रमोशन और तबादला जिले के बाहर हो गया। उनकी जगह एसडीएम बनकर आई रीता डहेरिया ने अज्ञात कारणों से एफआईआर कराने में कोई रूचि नहीं ली और अवैध कालोनाईजर को पूरा मौका दिया कि वह प्रबंधन की शर्तो के विपरीत जाकर निर्माण कार्य करा ले। जब तक रीता डहेरिया एसडीएम रही तब तक उन्होंने अवैध कालोनियों पर कलेक्टर के एफआईआर के स्पष्ट निर्देश के बाद भी एफआईआर नहीं करवाई। जनसुनवाई में लगातार शिकायतों के बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई, लेकिन उनके कार्यकाल में कालोनी को प्रबंधन मुक्त भी नहीं किया गया। उनका तबादला भैेसदेही होने के बाद केसी परते बैतूल के एसडीएम बने। बैतूल का एसडीएम बनते ही 15 दिन के अंदर उन्होंने आनन-फानन में फाईव स्टार कालोनी को प्रबंधन मुक्त करने के आदेश कर दिए। उनके द्वारा कालोनी को इस तरह प्रबंधन मुक्त किए जाने पर फिर हेडलाइन24x7.com और राष्ट्रीय दिव्य दुनिया ने फरवरी माह में पूरे मामले को उठाया और उसमें तथ्यात्मक तरीके से सवाल खड़े किए। इन सवालों के बाद कलेक्टर ने फाईव स्टार को प्रबंधन मुक्त किए जाने की फाईल तलब की और एडीएम को मामले का पुन: परीक्षण करने के निर्देश दिए।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 20 जुलाई 2023