बैतूल। क्षत्रिय पवार समाज संगठन जिला अध्यक्ष अनिल पवार के खिलाफ गौठाना निवासी एक युवक से अभद्रता, अमर्यादित शब्दों का उपयोग करने सहित जान से मारने की धमकी देने के गंभीर आरोप सामने आए हैं। मामले की शिकायत पीड़ित युवक ने पुलिस अधीक्षक से की है। शिकायत आवेदन के साथ ही जान से मारने की धमकी एवं गाली गलौज करने का ऑडियो भी बतौर साक्ष्य आवेदन के साथ एसपी को दिया गया है। 

इतने बड़े संगठन के जिलाध्यक्ष द्वारा किए गए इस निंदनीय कृत्य के बाद यह मामला गरमा गया है। पीड़ित युवक सचिन कोड़ले ने एसपी को सौंपे शिकायत आवेदन में आरोप लगाया कि क्षत्रिय समाज संगठन के जिला अध्यक्ष अनिल पवार द्वारा मुझे फोन पर गाली गलौज की गई तथा जान से मारने की धमकी भी दी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिला अध्यक्ष द्वारा आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों को साथ में लेकर उन्हें जान से मारने की कोशिश भी की गई जिसकी शिकायत उन्होंने कोतवाली थाने में की है। पीड़ित युवक सचिन का कहना है कि जिलाध्यक्ष द्वारा दी गई धमकी की रिकॉर्डिंग भी उनके पास मौजूद है। उन्होंने कोतवाली थाने में भी रिकॉर्डिंग साक्ष्य के तौर पर दी है। 

-- घटना के बाद सदमे में परिवार, सुरक्षा की गुहार...

पीड़ित सचिन कोडले का कहना है कि अनावेदक अनिल पवार द्वारा दी गई धमकी के बाद से वह मानसिक रूप से प्रताड़ित है। इस घटना के बाद से उनके परिवार में धर्म पत्नी और बच्चे भी डरे सहमे हुए हैं। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से आग्रह किया कि आवेदन पर तत्काल कार्यवाही करते हुए उन्हें अनावेदक से सुरक्षा प्रदान की जाए।

- यह है पूरा मामला...

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए शिकायतकर्ता सचिन कोडले ने बताया कि विगत दिनों समाज के कुछ वरिष्ठजन मिलकर वृद्धजनों का स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन कर रहे थे, जिसके लिए उन्होंने संगठन के भवन की मांग की थी जिसे संगठन ने मना कर दिया था। जब उन्होंने जिलाध्यक्ष से भवन नहीं देने का कारण व्हाट्सएप ग्रुप में पूछा तो इस बात से जिला अध्यक्ष भड़क गए। शिकायतकर्ता का कहना है कि समाज के व्हाट्सएप ग्रुप पर उन्होंने किसी भी प्रकार से विवादित पोस्ट नहीं की थी। इसके बाद रात्रि करीब 12 बजे जिला अध्यक्ष अनिल पवार ने उनके नंबर पर फोन किया। सचिन ने बताया कि उनके नंबर पर ठीक से आवाज नहीं आने पर उन्होंने अनिल पवार को रिटर्न कॉल किया।

इस दौरान अनिल पवार अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए धमकाने लगे। अनिल पवार यहीं नहीं रुका शिकायतकर्ता के घर के बाहर आकर गाली गलौज की गई। इस घटना के बाद से उनका परिवार सदमे में है। आवेदक का कहना है कि उनके दो बच्चे सतपुड़ा स्कूल में पढ़ते हैं, पत्नी डर के कारण बच्चों को स्कूल नहीं जाने दे रही। आवेदक का कहना है कि थाने में शिकायत करने आते वक्त बिना नंबर की गाड़ी से भी कुछ लोगों द्वारा उनका पीछा किया जा रहा था।शिकायतकर्ता के अनुसार अनिल पवार पर पूर्व में भी आपराधिक प्रकरण दर्ज है उन्हें अनिल पवार से जान का खतरा बना हुआ है।

- पहले भी विवादों में घिर चुके हैं अनिल पवार...

इस मामले में शिकायतकर्ता सचिन कोडले का कहना है कि अनिल पवार की विवादित कार्यप्रणाली के चलते पूर्व में भी संगठन में कई बार विवाद की स्थिति निर्मित हो गई है, जिला अध्यक्ष होने के नाते जवाब देना इनका काम है। लेकिन किसी भी बात का जवाब ना देते हुए भड़कना और दबाव बनाना इनकी कार्यप्रणाली में शामिल हो गया है। शिकायतकर्ता ने यह भी कहा कि जिला अध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण दायित्व पर ऐसे लोगों की नियुक्ति से समाज की प्रतिष्ठा पर भी विपरीत असर पड़ेगा।