बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा।  वुडन कलस्टर प्रोजेक्ट में सबसे बड़ा घपला यह सामने आ रहा है कि इसमें जो एसपीव्ही है, उसे सिंगल आवेदन पर और पहली बार में ही टेंडर प्रक्रिया में पूरा प्रोजेक्ट दे दिया गया। इससे ही नजर आता है कि पूरा मामला नियम प्रक्रिया के खिलाफ है। किसी भी मामले में टेंडर प्रक्रिया यदि होती है तो सिंगल आवेदन या बिड होने पर कभी भी पहली बार में टेंडर की स्वीकृति नहीं दी जाती है। कम से कम तीन बार यह प्रक्रिया होने पर ही स्वीकृति दी जाती है, लेकिन करोड़ों रूपए के वुडन कलस्टर में पहले निविदा में ही पहले और एकमात्र आवेदन पर मेसर्स बैतूल कलस्टर डेव्हलपमेंट एसोसिएशन जो कंपनी अधिनियम 2013 के सेक्शन 8 के अंतर्गत गठित एसपीव्ही को दे दिया गया। 9 फरवरी 2023 को आयोजित राज्य स्तरीय स्व अधिकार समिति की बैठक का कार्रवाई विवरण पढऩे पर यह सब स्पष्ट हो जाता है। उस विवरण में जो एजेंडा क्रमांक 1 पर प्रस्ताव था उसका विषय मेसर्स बैतूल कलेक्टर एसोएिशसन द्वारा ग्राम कढ़ाई जिला बैतूल में कुल 20 हेक्टेयर अविकसित भूमि पर वुडन कलस्टर स्थापना था। 
इसमें बताया गया कि समिति तथ्यों से अवगत हुई है कि ग्राम कढ़ाई जिला बैतूल की क्षेत्रफल 20 हेक्टेयर अविकसित भूमि पर कलस्टर विकास की अनुमति के लिए महाप्रबंधक जिला व्यापार और उद्योग केन्द्र बैतूल द्वारा आरएफपी दिनांक 20 अगस्त 2022 को जारी की गई एवं इसके संबंध में 28 सितम्बर 2022 तक http://mptender.gov.in पर ऑनलाईन प्राप्त किए गए। 
प्राप्त निविदाओं को दिनांक 30 सितम्बर 2022 को खोला गया, जिसमें मात्र एक आवेदन मेसर्स बैतूल कलस्टर डेव्हलमेंट्स एसोसिएशन जो कि कंपनी अधिनियम 2013 के सेक्शन 8 के अंतर्गत गठित एसपीव्ही है का प्राप्त हुआ। आवेदक एसपीव्ही के द्वारा प्रस्तावित अभिविन्यास अनुसार 70 हजार वर्गफुट भूमि जो आवंटन योग्य नहीं है के लिए निर्धारित प्रब्याजी की राशि 9 लाख 68 हजार जमा की गई। प्रस्तावित कलस्टर परियोजना की लागत 7.95 करोड़ है। जिसको 100 प्रतिशत एसपीव्ही के सदस्यों के अंशदान के माध्यम से पूर्ण किया जाएगा। एसपीव्ही द्वारा विभाग से राशि 18500 की मांग वित्तीय प्रस्ताव के माध्यम से की गई है। इस आधार पर एसपीव्ही को अनुमति प्रदान कर दी गई। जबकि सिंगल टेंडर में ऐसा किया ही नहीं जा सकता।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 26 जुलाई 2023