...चमत्कारी एवं प्रभावशाली होता है यह व्रत...

पद्मिनी एकादशी का व्रत सालभर की एकादशियों का पुण्य देता है। जो इंसान इस एकादशी पर भगवान विष्णु या श्रीकृष्ण की पूजा और व्रत करता है। उसके जाने-अनजाने में हुए हर तरह के पाप खत्म हो जाते हैं।
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पुरुषोत्तम मास में सावन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन पद्मिनी एकादशी व्रत रखा जाएगा। यह व्रत मुख्य रूप से भगवान विष्णु को समर्पित है।
जो एकादशी अधिक माह के शुक्ल पक्ष में आती है उसे पद्मिनी एकादशी कहते हैं। क्योंकि पद्मिनी एकादशी का व्रत जो महीना अधिक हो जाता है उसपर निर्भर करता है, इसलिए पद्मिनी एकादशी का उपवास करने के लिए कोई चन्द्र मास तय नहीं है।
यानी 2023 में पद्मिनी एकादशी का व्रत 29 जुलाई शनिवार के दिन रखा जाएगा। क्योंकि मलमास 3 साल में एक बार आता है इसलिए यह पद्मिनी एकादशी तिथि भी 3 साल में एक बार ही आती है। इसलिए इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। मलमास के दौरान 24 की जगह 26 एकादशी व्रत किए जाते हैं।
पद्मिनी एकादशी व्रत करने से व्यक्ति के मान-सम्मान और धन-धान्य में समृद्धि होती है। ऐसा भी माना जाता है कि इस व्रत को करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। व्यक्ति को भगवान हरि की कृपा से मृत्यु के बाद वैकुंठ धाम में स्थान मिलता है। इस व्रत को करने से नि:संतान दंपत्ति को संतान सुख मिलता है।