बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। तीन वर्ष से अधिक अवधि से बैतूल के आदिम जाति कल्याण विभाग की सहायक आयुक्त शिल्पा जैन की कार्यप्रणाली पर हमेशा संदेह जताया जाता रहा है। सहायक आयुक्त विभाग की जो गतिविधियां है, उसे जांच का विषय माना जाता है। उनके कार्यकाल में जितने तबादले पिछले तीन वर्ष में हुए है, सब में लेनदेन के खुले आरोप लगे हेै, इसके बावजूद वे डटी हुई है। यह आश्चर्यजनक बात है। उनकी कार्यप्रणाली से प्रताडि़त होकर एक शिक्षक प्रशांत कोसे ने खटमलमार दवाई खा लिया और भर्ती होने शुक्रवार रात को जिला अस्पताल पहुंचा था। उसका खुला आरोप है कि एसी ट्रायवल की प्रताडऩा की वजह से ही उसने जहर खाया है। गौरतलब रहे है कि कलेक्टर चाहे कोई भी रहे, लेकिन एसी ट्रायबल को अधिकांश समय कलेक्टर के चेम्बर के आसपास ही मंडराते हुए देखा जाता है।
मैंने एक शिकायत की थी सीएम हेल्पलाइन पर, उसको वापस लेने असिस्टेंट कमिश्नरमैडम ने कहा था कि शिकायत वापस लो। 
यह आचार संहिता का उल्लंघन है। तुम शिकायत कर रहे हो शिकायत वापस नहीं लोगे तो तुम पर उल्टा कार्रवाई करेंगे। शिकायत वापस लेने परेशान कर रही थी। मानसिक रूप से परेशान कर रही थी। मैं बहुत परेशान हो गया था इसलिए मैंने जहर खा लिया।
यह आरोप जहरीला पदार्थ खाने वाले शिक्षक प्रशांत कोसे (38) का। बैतूल जिला अस्पताल में उपचार रत सीएम राइज स्कूल शाहपुर के शिक्षक ने बैतूल जिले की असिस्टेंट कमिश्नर (ट्राइबल) पर प्रताडऩा का आरोप लगाया है। उधर, असिस्टेंट कमिश्नर ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि मैंने किसी को प्रताडि़त नहीं किया। सभी आरोप निराधार हैं। इसके बाद असिस्टेंट कमिश्नर ने मुझ पर शिकायत वापस लेने के दबाव बनाना शुरू कर दिया। मैडम का कहना था कि आप शिकायत वापस ले लो। तुम जो यह शिकायत कर रहे हों वह आचार संहिता का उल्लंघन है। अगर तुम शिकायत वापस नहीं लेते हो तो मैं तुम्हारे विरुद्ध कार्रवाई करूंगी। असिस्टेंट कमिश्नर की प्रताडऩा से परेशान होकर मैंने खटमल मारने की दवाई का सेवन कर लिया था।
नकल की शिकायत से शुरू हुआ था विवाद
बैतूल के पटेल वार्ड निवासी शिक्षक प्रशांत कोसे (38) ने शुक्रवार रात जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। परिजनों ने गंभीर हालत में देर रात जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। उपचार के बाद शिक्षक प्रशांत कोसे ने बताया कि मैं सीएम राइज स्कूल शाहपुर में पदस्थ हूं। वहां प्राइमरी कक्षा मैं पढ़ाता हूं। मार्च में मेरी ड्यूटी दसवीं कक्षा के एक्जाम में लगी थी। तब किसी ने नकल होने की शिकायत कर दी। इसके बाद शक के आधार पर संकुल तारा प्राचार्य शैलेष सरोने ने मेरे और 2 अन्य नंबर की डिटेल निकाल ली थी। इसके विरोध में मैंने प्राचार्य की शिकायत असिस्टेंट कमिश्नर शिल्पा जैन से कर दी थी। साथ ही एक प्राचार्य के दिव्यांगता प्रमाण पत्र जांचने की शिकायत भी की थी। इस पर विभागीय एक्शन नहीं लिया गया तो मैंने सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत दर्ज करा दी।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 06 अगस्त 2023