बैतूल(हेडलाइन) / नवल वर्मा ।  कुछ लोगों को उचटकर कुछ मिल जाए तो हजम नहीं होता। ऐसा ही कुछ एक थाना प्रभारी के साथ हो रहा है। यहां पर जो थानेदार पदस्थ है, उनकी पसंद को लेकर बताया जा रहा है कि उन्हें केकड़े का बड़ा ही शौक है। साहब थाने में तो आते ही नहीं है। क्वाटर में ही केकड़ा क्वाटर लेते हुए पूरा थाना चला लेते है! वैसे उस थाने का मिजाज ही बहुत शांत है? आवक का तो ऐसा है कि आरटीओ चेक पोस्ट का झटका देकर थाने के सामने जो गाडिय़ां गुजरती है, उससे साहब का बढिय़ा गुजारा हो रहा है। बताया जाता है कि उक्त थाने में गाडिय़ों के लिए ड्यूटी के लिए मारामारी रहती है। जो सिस्टम है, उसमें साहब का प्रतिदिन 04 हजार रूपए का सीधा गणित जमता है। साहब के बैच के अधिकांश लोग बैतूल को जय हिंद जय भारत कर चुके है और इसलिए उदास-उदास रहने वाले साहब इन दिनों केकड़ों पर ही पूरा फोकस कर रहे है। साहब के पास बंदी भी अच्छी खासी आती है। उनके क्षेत्र की चार शराब दुकानों से भी उनका बढिय़ा गणित जम जाता है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 17 अगस्त 2023