बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। बैतूल-इंदौर फोरलेन निर्माण में जोगली के पास अंडरब्रिज की मांग जोर पकड़ रही है। ग्रामीणों का कहना है कि उनकी समस्या को लेकर सांसद और विधायक दोनों ही मौन रहते है। अपनी इस मांग को लेकर जोगली के सरपंच, उपसरपंच तथा ग्रामीण शुक्रवार को कलेक्ट्रेट आए और उन्होंने वहां ज्ञापन दिया। उनका कहना है कि ग्रामीण विशेषकर कृषकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अंडरब्रिज बनाना अति आवश्यक है। किसानों को प्रतिदिन रोड के इस पार उस पार कई बार आना जाना पड़ता है। जिससे उन्हें समस्या का सामना करना पड़ता है। उनका कहना है कि यदि बिना अंडरब्रिज के फोरलेन बनाया गया तो दुर्घटनाएं होगी। मवेशियों की आवाजाही बंद हो जाएगी। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर 12 फीट का अंडरब्रिज या ओव्हरब्रिज बनाया जाना जरूरी है। फोरलेन की क्रासिंग पर यदि यह निर्माण नहीं किया गया तो बहुत सारी समस्याएं एक साथ खड़ी हो जाएगी। जैसे जोगली से जीन-अटारी का पहुंच मार्ग बंद हो जाएगा। ग्राम के 80 प्रतिशत किसानों को  रोड पार कर जाना पड़ता है। ऐसे में किसानों को अपने मवेशी और कृषि यंत्र लाने ले जाने में दिक्कत होगी। इसी तरह अटारी-जामठी-मलाजपुर-पाढर मार्ग का यातायात प्रभावित होगा। वहीं जोगली से चिचोली मुख्यालय आने-जाने में समस्याएं होगी। जबकि जोगली के नागरिकों को बैंक, तहसील, जनपद, थाना और हॉट बाजार के लिए चिचोली ही जाना पड़ता है। 

- गढ़ा डेम से नहर की उठ रही मांग...
 जोगली के ग्रामीणों ने गढ़ा जलाशय से नहर की मांग भी एक अन्य ज्ञापन के माध्यम से प्रशासन से की है। उनका कहना है कि गढ़ा डेम से जोगली की दूरी लगभग 9 किलोमीटर है। ऐसी स्थिति में जोगली को भी सिंचाई परियोजना से जोड़ा जाना चाहिए। यदि यहां डेम का पानी आता है तो क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जो डेम के लिए आंदोलन किया गया था, उसमें जोगली के नागरिकों ने भी बढ़ चढक़र हिस्सा लिया था। जल संसाधन विभाग का कहना है कि भविष्य में सभी संभावनाओं पर विचार होगा।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 19 अगस्त 2023