बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। ग्राम कढ़ाई में जेल और वुडन कलस्टर निर्माण के लिए जो जमीन आवंटित की गई है। उस जमीन पर जल संरचनाएं बनी हुई है और इन्हें बर्बाद किया जा रहा है। कढ़ाई की स्थिति की तुलना कालियासोत मामले से करते हुए एक्सपर्ट का कहना है कि जिस दिन कढ़ाई का मामला एनजीटी में जाएगा, शर्तिया बैतूल कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस पर भी ठीक वैसा ही जुर्माना लगेगा जैसा चीफ सेके्रटरी इकबाल सिंह बैंस पर लगा है। बताया गया कि जल संरचनाओं को नुकसान पहुंचाने को लेकर एनजीटी बहुत गंभीरता से लेता है और कढ़ाई में तो मनरेगा और राजीव गांधी जल ग्रहण मिशन से बनाई गई जल संरचनाओं को बर्बाद किया जा रहा है। वुडन कलस्टर हो या जेल दोनों ही मामलों में जमीन आवंटन में इस तथ्य को छिपाया गया कि वहां पर किसी तरह की जल संरचनाएं है या नहीं? इसके अलावा कढ़ाई में दोनों प्रोजेक्ट में आवंटित खसरे में पेड़ों की भी जानकारी छिपाई गई है और जेल वाली जमीन में तो करीब डेढ़ सौ पेड़ आनन-फानन में बेरहमी से काट दिए गए है।  इन तमाम गतिविधियों के प्रमाण उपलब्ध है और इसके आधार पर बहुत जल्द एनजीटी में परिवाद लगाया जा रहा है और यह परिवाद लगने के बाद यह तय माना जा रहा है कि इस मामले में भूमि आवंटन करने वाले तमाम अधिकारी शर्तिया तौर पर उलझेंगे। बताया जा रहा है कि दोनों प्रोजेक्ट में जमीन आवंटन को लेकर कलेक्टर ने जिस तरह से हठधर्मिता दिखाई है और नियमों को ताक पर रखा है उसे देखते हुए माना जा रहा है कि इन्हें नामजद पार्टी बनाया जाएगा। वुडन कलस्टर के लिए कढ़ाई में खसरा नंबर 187/1/2, रकबा 5.325 हेक्टेयर एवं खसरा 187/1/3 कुल रकबा 14.675 हेक्टेयर आवंटित किया गया है। इसमें मनरेगा के दो तालाब बने हुए है। इन तालाबों को लेकर किसी तरह की कोई जानकारी आवंटन में नहीं है। इसी तरह कढ़ाई में जो जेल निर्माण की जा रही है। उसमें खसरा क्रमांक 2/1, खसरा क्रमांक 123/2, खसरा क्रमांक 123/3, खसरा क्रमांक 176 कुल रकबा 16.359 हेक्टेयर जमीन में भी एक मनरेगा का स्टॉप डेम तथा दो जल ग्रहण मिशन के तालाब बने है। यह सभी निस्तार के लिए बनाए गई जल संरचनाएं है और इसमें से दो जल संरचनाएं नष्ट की जा चुकी है। इस मामले को लेकर एनजीटी में परिवाद लगाया जा रहा है।

- इनका कहना...
- कढ़ाई का मामला गंभीर मसला है, इस मामले में एनजीटी में जल्द ही परिवाद लगाया जाएगा। जिससे कि जिम्मेदारी तय हो।
- हेमंत सरियाम, गोंगपा, बैतूल।

- जल संरचनाओं को किसी भी वजह से नष्ट करना नियमों के खिलाफ है। कढ़ाई में जो कुछ हो रहा है वह तो शुद्ध अपराध हो रहा है और कलेक्टर जानबूझकर यह सब कर रहे है।
- भारत सेन, अधिवक्ता, बैतूल ।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल , 22 अगस्त 2023