ग्वालियर / बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने महाविद्यालयीन एवं शालेय अतिथि शिक्षकों का मानदेय बढा कर अभिनंदनीय कार्य किया है।कांग्रेस सरकार ने अपने कार्यकाल में कर्मी कल्चर को खड़ा किया था लेकिन भाजपा ने शिक्षकों को उनका वास्तविक सम्मान सुनिश्चित किया है।यह बात आज मप्र भाजपा के शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ नितेश शर्मा ने एक प्रेस बयान जारी कही।
डॉ शर्मा ने कहा कि स्कूली एवं कॉलेज शिक्षक मानदेय को जिस अनुपात में बढ़ाया गया है उसने शिक्षकों के सम्मान को बहाल किया है।कांग्रेस सरकार के समय कॉलेजों में अतिथि शिक्षक महज 75 रुपए पीरियड में पढ़ाया करते थे लेकिन अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन्ही अतिथि शिक्षकों का मानदेय 50 हजार मासिक नियत कर शिक्षकीय गरिमा को सुनिश्चित करने का काम किया है।
प्रदेश संयोजक के अनुसार शालेय शिक्षकों के बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करते हुए मुख्यमंत्री ने न केवल मानदेय दोगुना किया है बल्कि उन्हें पदस्थापना की गारंटी भी दे दी है।इसी तरह दोनों संवर्ग के अतिथि शिक्षकों को क्रमश 50 और 25 प्रतिशत आरक्षण सीधी भर्ती में देने का नीतिगत निर्णय लेकर उनके बेहतर कार्य मूल्यांकन को भी पक्का कर दिया है।
भाजपा नेता ने कांग्रेस पर अतिथि शिक्षकों के नाम पर झूठी राजनीति करने का आरोप भी लगाया।उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह ने 500 रुपए महीने में शिक्षाकर्मी कल्चर को जन्म दिया था जिसने शिक्षकीय तंत्र का कबाड़ा कर दिया था मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने इस कल्चर को खत्म कर वास्तविक प्रतिभावान युवाओं की भागीदारी व्यवस्था में तय की।शिक्षा विभाग में शिक्षकों की सीधी भर्ती के अलावा लोकसेवा आयोग के माध्यम से कॉलेजो में भी तीन दशक बाद नियमित भर्ती कर प्रदेश भर में शिक्षकों के सम्मान औऱ स्वाभिमान को बढ़ाने का काम किया है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 12 सितंबर 2023