बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। सर्व शिक्षा अभियान में इस बार स्टेट एजुकेशन अचिवमेंट सर्वे हो रहा है। इसमें कक्षा 3, 6 और 9 के बच्चों का मूल्यांकन होगा। यह मूल्यांकन भाषा और गणित विषय का होगा। इस मूल्याकंन में जिले के 16 हजार 383 बच्चे शामिल होंगे। यह सर्वे बच्चों की दक्षता देखने और लर्निंग आउट कम जानने के लिए किया जा रहा है। इस सर्वे के तहत इन छात्रों की एक तरह की परीक्षा ही होगी और इस परीक्षा में यह छात्र प्रश्रों का जवाब देेंगे, फिर इसका मूल्यांकन होगा और फिर इसके आधार आंकलन किया जाएगा कि छात्रों की स्थिति क्या है। यह परीक्षा शुक्रवार को होगी। इसके लिए 662 क्षेत्र परीक्षक भी नियुक्त किए गए है और यही इस मूल्यांकन में मुख्य भूमिका में रहेंगे और प्रत्येक सेंटर पर मौजूद रहेंगे। इन्हें बकायदा प्रशिक्षण दिया गया है। 

 

- अगले वर्ष होगा नेशनल एजुकेशनल अचिवमेंट सर्वे...

यह सर्वे स्टेट एजुकेशनल अचिवमेंट सर्वे है। वहीं आने वाले वर्ष या शिक्षा सत्र में नेशनल एजुकेशनल अचिवमेंट सर्वे होगा जिसे नेस कहा जाता है। यह राज्य स्तरीय मूल्यांकन है, वह राष्ट्रीय स्तरीय मूल्यांकन होगा। इसके माध्यम से छात्रों की स्थिति का आंकलन कर मिशन पॉलीसी बनाता है, इससे यह भी सामने आता है कि छात्रों को जो एजुकेशन दिया जा रहा है, उससे उनमें क्या दक्षता हासिल हो रही है और कहां कमी है।

 

- 437 शालाओं में होगा यह सर्वे ...

बताया गया कि सर्व शिक्षा अभियान के तहत 437 शालाओं में इस मूल्यांकन की व्यवस्था की गई है, जिसमें कक्षा 3, 6 और 9 के 16 हजार 386 छात्रों का भाषा और गणित विषय में पेपर होगा, यह एक तरह की परीक्षा ही होगी और इसमें निगरानी के लिए 662 शिक्षकों को क्षेत्र परीक्षक के रूप में प्रशिक्षण दिया गया है।

 

- मिशन को बना डाला प्रयोगशाला...

राज्य शिक्षा मिशन ने स्कूली सिस्टम को प्रयोगशाला बना डाला और इसमें अधिकारी आते है अपने हिसाब से पॉलीसी बनाते है और नए-नए तरह के प्रयोग दिखाकर अच्छा खासा तगड़ा बजट खर्च कर चले जाते है, लेकिन इसके बाद भी सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या लगातार कम हो रही है, इस पर कोई काम नहंी हो रहा है।

नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 01 नवंबर 2023