बैतूल (हेडलाइन)/नवल वर्मा। भारतीय न्याय विधान में एक प्रक्रिया होती है जिसके अन्तर्गत वादी को न्यायालय के निर्णय की प्रति सौंपी जाती है। श्रीरामलला को सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय की प्रति देने गये प्रतिनिधिमंडल में यह अकिंचन प्रवीण गुगनानी भी सम्मिलित था।

           अयोध्या में 23 दिसंबर 2019 को आयोजित इस कार्यक्रम में रामलला को निर्णय की प्रति सौंपने हेतु सर्वोच्च न्यायालय में श्रीराम जन्मभूमि के मामले में वकीलों का नेतृत्व करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता, रामभक्त के परासरन जी अयोध्या पधारे थे। इस अवसर पर परासरन जी का सम्मान समारोह भी आयोजित था। 95 वर्षीय परासरन जी इस अवसर पर सपरिवार अयोध्या पधारे थे। इस अवसर पर अयोध्या में परासरन जी का सम्मान कार्यक्रम भी आयोजित था जिसमें मैं भी सम्मिलित हुआ था एवं उनका सम्मान करने का अवसर प्राप्त कर पाया था। परासरन जी के परिवार के साथ साथ श्रीराम जन्मभूमि के न्यायिक प्रकरण से संबंधित समूची विधिक टीम उस दिन अयोध्या में उपस्थित थी। 

नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 21 जनवरी 2024