लाल बहादुर शास्त्री जी ने एक नारा दिया था "जय जवान जय किसान", अटल बिहारी वाजपेई जी ने एक नारा दिया था "जय जवान जय किसान जय विज्ञान" वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एक नारा दिया है " जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान" वास्तव में कोविड हमारे देश के लिए एक वरदान साबित हुआ  अनुसंधान के क्षेत्र में जब भारत ने वैक्सीन का निर्माण किया और आज पूरी दुनिया में एक्सपोर्ट हो रही है। 2024 के लोकसभा चुनाव के पूर्व के इस बजट को इस नजर से देखना चाहिए कि 2047 में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए भारत को किन-किन विशेषताओं को शामिल करना पड़ेगा। एक विकसित देश बनने के लिए उन्नत विज्ञान एवं तकनीक द्वारा प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग होना चाहिए, वृहद स्तर पर औद्योगीकरण होना चाहिए, कृषि का यंत्रीकरण होना चाहिए , व्यापारिक आधार पर उद्यानों का विकास होना चाहिए, उन्नत स्तर पर पशुपालन तथा दुग्ध व्यवसाय का विकास होना चाहिए , विकसित यातायात एवं संचार व्यवस्था होना चाहिए , प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ना चाहिए, नारी की स्थिति भी सुदृढ़ हो, साक्षरता का प्रतिशत बढ़े और जनसंख्या में नियंत्रण हो। वास्तव में हमें आज के बजट को इस दृष्टिकोण से देखना चाहिए। सबसे पहले हम बात करें प्रत्यक्ष करों की, जो की एक आम आदमी की सोच होती है। 2014 के पहले एक आम करदाता को रिटर्न भरने के बाद 6 महीने तक भी रिफंड नहीं मिलता था, उसका रिटर्न प्रोसेस होने में 90 दिन से अधिक समय लगता था आज 2024 में आयकर विवरण को प्रक्रिया होने में केवल 10 दिन लगते हैं यदि एक सामान्य से व्यक्ति को कुछ रिफंड अगर इनकम टैक्स का लेना है तो उसे एक या दो सप्ताह में ही उसका रिफंड उसके खाते में आ जाता है यह एक बड़ी सफलता है इस पूरी सरकार की। जो आमूलचूल परिवर्तन आयकर की कार्य प्रणाली में, कराधान में,  नियमों में  कानून में  किए गए हैं यह सब उसकी वजह से संभव हुआ आज आयकर रिटर्न भरने के लिए जो जानकारी हमें इनकम टैक्स पोर्टल के माध्यम से प्राप्त होती है उससे हमारी आयकर रिटर्न भरने की प्रक्रिया भी सरल हुई है। इस बजट में एक सबसे बड़ा फायदा उन लोगों को होगा जिनकी 10000 से ₹25000 तक की बकाया राशि किसी आयकर की डिमांड के चलते है,  वित्तीय वर्ष 2009-10 तक के जो लोग हैं जिनकी डिमांड 25000 या उससे कम है वह डिमांड सरकार वापस लेगी एवं 2011-12 से लेकर 2014-15 तक की जो डिमांड 10000 तक की या उससे कम है वह भी आयकर विभाग वापस ले लेगा। इसके अतिरिक्त एक बड़ा परिवर्तन कॉरपोरेट टैक्स की दरों में किया गया है जो 30% से घटकर 22% किया गया है इससे स्वरोजगार को बढ़ावा मिलेगा नए-नए स्टार्टअप्स को बढ़ावा मिलेगा बाहरी निवेश बढ़ेगा और मेक इन इंडिया की योजना को भी बढ़ावा मिलेगा।। स्टार्टअप में जो सुविधा 31.03. 2024 तक ही थी वह समय सीमा 31.03. 2025 तक कर दी गई है जिससे स्टार्टअप को फायदा होगा । 10 वर्षों में डायरेक्ट टैक्स का कलेक्शन लगभग दुगना हो गया है यह एक बड़ी उपलब्धि सरकार की है। देश की पूरी जनसंख्या को गरीबों युवाओं महिलाओं और किसानों में बताकर उस दृष्टिकोण से लाभ देने के लिए इस बजट को आगे भी लेकर जाने की सरकार की मंशा दिखती है । शिक्षा नीति जो 2020 में बनाई गई थी उसको गति दिए जाने के लिए नए 3000 आईटीआई खोले जा रहे हैं। देश में नए मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए एक समिति गठित की जा रही है जिसकी अनुशंसा पर नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना में 3 करोड़ मकान बनाया जा चुके हैं एवं आगामी 5 वर्ष में 2 करोड नए मकान बनाए जाने का लक्ष्य एक बड़ा लक्ष्य है।
कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण दुग्ध विकास मत्स्य संपदा का विकास इन क्षेत्रों में सरकार की विशेष कार्य योजना है। देश में पांच एक्वा पार्क बनेंगे। रेल कॉरिडोर का जो कार्यक्रम इस  बजट में दिया जा रहा है उससे देश के आर्थिक विकास को बहुत गति मिलेगी और 40000 रेल के डब्बे जो की बदले जाएंगे वंदे भारत ट्रेन के डब्बों के माफिक यह एक बड़ा कदम है। विमान के क्षेत्र में आने वाले 5 वर्षों में बहुत विकास होने की संभावना है।  जैव विनिर्माण की योजना एक महत्वाकांक्षी योजना है। इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल के क्षेत्र में बहुत बड़े रोजगार के अवसर पैदा होंगे। युवा उद्यमियों के लिए पर्यटन के क्षेत्र में बहुत बड़ा इन्वेस्टमेंट प्रत्येक राज्य को मिलेगा एवं इससे वे राज्य अपने राज्य में स्थित पर्यटन के क्षेत्र को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग कर सकेंगे। कैंसर की रोकथाम के लिए इस बजट में एक अच्छा प्रावधान लाया गया है सर्वाइकल कैंसर के लिए टीकाकरण की जो योजना है इससे कैंसर की रोकथाम को बहुत बड़ा बल मिलेगा तथा आंगनबाड़ी केंद्र के उन्नयन के लिए आयुष्मान योजना एक सराहनीय कदम है। कुल मिलाकर यह एक सराहनीय बजट है अच्छा बजट है जिसकी प्रशंसा की जाना चाहिए। 10 में से 9 अंक दिए जाने चाहिए।