बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। एकलव्य आवासीय विद्यालय की निर्माणाधीन बिल्डिंग की पोल खुलने पर अब जाकर एसडीओ अशोक गायकवाड़ और इंजीनियर नेहा मौका मुआयना करने पहुंचे। उक्त दोनों अधिकारी रविवार को जिस तरह से वहां एक्शन दिखा रहे थे, उससे साफ नजर आ रहा है कि वे महज लीपापोती ही कर रहे है। हनीकाम्ब को लेकर उनका कहना है कि सेंटरिंग निकालने में थोड़ा बहुत ऐसा होता है, लेकिन एसडीओ अशोक गायकवाड़ को कम से कम इतनी अक्ल तो होनी चाहिए कि यदि ठेकेदार ने लोहे की सेंटरिंग की जगह प्लाई की सेंटरिंग का उपयोग किया होता तो यह नौबत ही नहीं आती। यदि उनकी इंजीनियर और उन्होंने मौके पर समय रहते निरीक्षण किया होता तो भी यह नौबत नहीं आती। यहां पर जो स्थिति है उसके लिए केवल चार लोग जिम्मेदार है। एक ठेकेदार, दूसरा इंजीनियर, तीसरा एसडीओ, चौथा सहायक आयुक्त है। वहीं विशेष बात यह है कि इंजीनियर का कहना है कि वाईब्रेटर चलाया था, लेकिन जो मौके पर वाईब्रेटर का वीडियो फोटो होने का दावा कर रहे थे, वह भी नहीं दिखा पाए। दूसरी बड़ी बात यह है कि मौके पर जो ठेकेदार मौजूद था, उसके पास ड्राईंग डिजाईन तक नहीं है, डीपीआर तो बहुत दूर की बात है। इस स्थिति को देखते हुए कायदे से कलेक्टर को इंजीनियर और एसडीओ को तत्काल सस्पेंड करना चाहिए और उसके बाद जांच होना चाहिए। जिस तरह से अचानक दोनों अधिकारी मौके पर आए वह अपने आप में सवाल है। 

- अब जाकर बोर्ड लगाया है उसमें भी है फर्जी जानकारी...
विधायक के निरीक्षण के बाद दो-तीन दिन पहले निर्माण से संबंधित बोर्ड लगाया है, इसमें भी जानकारी फर्जी दी जा रही है। बिल्डिंग का निर्माण शुरू हुए दो वर्ष हो चुका है, लेकिन बोर्ड में एक वर्ष ही बता रहे है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 12 फ़रवरी 2024