बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। शाहपुर में जो एकलव्य विद्यालय की बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है, उसमें तमाम तरह की खामियां नजर आ रही है, जिस ओर समय रहते एसडीओ और इंजीनियर ने ध्यान नहीं दिया। नतीजा यह है कि बिल्डिंग की स्ट्रेंथ और भविष्य दोनों खतरे में नजर आ रहा है। इस स्थिति को देखते हुए जांच के साथ-साथ एसडीओ और इंजीनियर को तत्काल सस्पेंड किया जाना चाहिए। इंजीनियर प्रफुल्ल काले ने बताया कि जो ब्रिक्स वर्क अभी फिलहाल सामने नजर आ रहा है। उसमें ज्वाईंट काटे जाना चाहिए वह नहीं काटे गए है और इसमें ब्रिक्स वर्क के आकार से दिखता है कि अकुशल मजदूर से काम कराया गया है। ब्रिक्स वर्क में स्पष्ट दिख रहा है कि घटिया स्तर का काम हुआ है। जैसे इसमें एक एमएम मोटा मसाला डाला जाना चाहिए था, लेकिन स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि 5 एमएम का मसाला डाला गया है, जो कि किसी भी लिहाज से सही नहीं है। सेंटरिंग वर्क बहुत घटिया स्तर का हुआ है। जिसकी वजह से कांक्रीट की गुणवत्ता बहुत खराब है और इस हनिकाम्ब स्पष्ट दिखाई दे रहे है। कुल मिलाकर यहां पर जो भी निर्माण कार्य हो रहा है, उसमें धांधली या स्तरहीन काम हुआ है, उसमें ठेकेदार के साथ-साथ इंजीनियर और एसडीओ पूरी तरह से जिम्मेदार है। सबसे पहले इनकी जिम्मेदारी तय की जाना चाहिए। वहीं जो जांच हो रही है, उसमें भी इन दोनों की जिम्मेदारी तय करवाई जाना चाहिए। वहीं पीआईयू के ईई ने मामले की जांच के लिए एक काबिल एसडीओ को जिम्मेदारी सौंपी है और कहा है कि समय रहते व्यवस्थित तरीके से जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।

- अशोक गायकवाड़ की पूरी नौकरी बैतूल अजाक में ही हो गई...
बतौर सब इंजीनियर अशोक गायकवाड़ बैतूल में पोस्टिंग के दौरान ही अब तक नौकरी करते हुए एसडीओ तक आ गए और अब तो तीन-तीन जिलों का चार्ज है, लेकिन फिर भी बैतूल में ही रहते है। बैतूल के नागरिकों ने इनकी संपत्ति की जांच की मांग की है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 14 फ़रवरी 2024