बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा । अखिल भारतीय साहित्य परिषद की जिला इकाई द्वारा स्थानीय विश्वकर्मा मंदिर बैतूल गंज में जिला साहित्यकार मिलन आयोजन " साहित्य का वसंतोत्सव 2024" आयोजित किया। जिसमें जिले भर के 120 से अधिक साहित्यकारों ने भाग लिया। कार्यक्रम के प्रारंभ में मां सरस्वती और भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया।  इसके पश्चात आमंत्रित मुख्य अतिथियों में अखिल भारतीय साहित्य परिषद के वरिष्ठ संरक्षक, प्रसिद्ध पर्यावरणविद् , जल प्रहरी, भारत भारती के सचिव मोहन नागर के साथ वरिष्ठ संरक्षकद्वय दुर्गादास उईके (सांसद) और डॉ. कैलाश वर्मा , वरिष्ठ चिंतक, लेखक, साहित्य परिषद के प्रदेश महामंत्री प्रवीण गुगनानी, मध्य भारत प्रांत के प्रांतीय उपाध्यक्ष सुनील पान्से , प्रांत मीडिया प्रभारी नवल वर्मा, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य अजय पवार, जिला अध्यक्ष पुष्पक देशमुख, जिला महामंत्री धर्मेंद्र खौसे , जिला मीडिया प्रभारी प्रसेन मालवीय सहित साहित्यकार एवं परिषद के गणमान्यजन उपस्थित थे।

कार्यक्रम दो सत्रों में आयोजित किया गया।  पहले सत्र में प्रबोधन सत्र के अन्तर्गत भुवनेश्वर में आयोजित सर्वभाषा साहित्यकार सम्मान समारोह में परम पूज्य सरसंघचालक माननीय डॉ. मोहनराव जी भागवत के विचारों को समाज तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रांतीय उपाध्यक्ष सुनील पांसे ने कहा कि साहित्य अपने हित के साथ-साथ समाज का भी हित करता है,  साहित्य की दिशा तय करना आवश्यक है। साहित्य समाज को आगे की दिशा में ले जाने के लिए कार्य करें, नवोदित कलमकारों के लिए मार्ग प्रशस्त हो, यह साहित्य परिषद का कार्य है। अखिल भारतीय साहित्य परिषद के वरिष्ठ संरक्षक एवं गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. कैलाश वर्मा ने पारिवारिक संस्कारों को लेकर साहित्य की रचना पर जोर दिया और वहीं प्रवीण गुगनानी ने साहित्य का प्रदेय विषय पर अपना उद्बोधन रखा। मोहन नागर ने बड़े ही विस्तार पूर्वक घर परिवार समाज देश प्रकृति और उसका साहित्य से संबंध विषय पर उद्बोधन दिया।
साहित्य परिषद के वरिष्ठ संरक्षक (सांसद) दुर्गादास उईके ने उनके द्वारा लिखित पुस्तक आत्म संवाद के कुछ अंशों को उद्घत करते हुए साहित्य को ज्ञान की परंपरा का संवाहक बताया।
वहीं महान संत रविदास जी की जयंती के अवसर पर अजय पवार ने उनका जीवन परिचय और उनके किए हुए कार्यों के बारे में जानकारी दी।

कार्यक्रम के दूसरे सत्र में काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें जिले भर के कवियों लेखकों और साहित्यकारों तथा गजलकारों सभी ने अपने-अपने श्रेष्ठ रचनाएं प्रस्तुत की। 

- पुस्तक प्रदर्शनी भी लगाई...


कार्यक्रम में जिले भर के विभिन्न साहित्यकारों की पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी, ताकि लोग बैतूल के साहित्य से भी भलीभांति परिचित हो सके । कार्यक्रम गरिमामयी एवं विशुद्ध साहित्य से ओत-प्रोत रहा ।
कार्यक्रम में मंच संचालन पुष्पक देशमुख एवं अजय पंवार ने एवं समस्त व्यवस्था के साथ ही आभार प्रांतीय मीडिया प्रभारी नवल वर्मा ने व्यक्त किया।