बैतूल /शाहपुर(हेडलाइन)/अंकुश मिश्रा। जनपद शाहपुर के भयावाड़ी पंचायत में विभिन्न निर्माण कार्यो में जो निर्माण सामग्री को लेकर बिल लगाए जा रहे है उनमें जीएसटी नंबर नहीं है, इसलिए आरोप लग रहा है कि बोगस वेंडरिंग हो रही है। बोगस वेंडरिंग को लेकर जांच की मांग उठ रही है। बताया गया कि जो कांग्रेसी की निजी भूमि पर सचिव द्वारा विधायक निधि की दो लाख की चौपाल बनाई गई है, उसमें जो सामग्री क्रय के लिए बिल लगाए गए है उन बिलों में जीएसटी नंबर तक नहीं है। जिसमें एक बिल मेसर्स वर्मा बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर घोड़ाडोंगरी है। इसमें 13 हजार रूपए में ईंट, रेता, गिट्टी खरीदी गई है। वहीं दूसरा बिल सुमेश ट्रेडर्स का है यह बिल 49 हजार 96 रूपए का है। इस बिल में सीमेंट और स्टील की खरीदी बताई गई है। जिसमें 280 रूपए प्रति बैग से 11 हजार 200 रूपए की सीमेंट और 24 हजार 457 रूपए का लोहा खरीदना बताया गया है। इस चौपाल के निर्माण को लेकर इसमें हुए भुगतान तक के मामले में गंभीर सवाल है। यहां पर पदस्थ पंचायत सचिव की भूमिका पर पहले भी कई बार आरोप लग चुके है, लेकिन यह समय के साथ राजनैतिक दलों या उनके नेताओं के साथ सांठगांठ कर जांच से बच जाता है। जब पूर्व में कांग्रेस का विधायक था तब भी वह कार्रवाई से बच गया था और अब जब भाजपा विधायक है तब भी वह जांच और कार्रवाई से बच रहा है, क्योंकि वह परिस्थिति के अनुसार अपने आप को समायोजित कर लेता है।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 11 मार्च 2024