हिवरा / आठनेर । जिला कलेक्टर बैतूल के नामे रजिस्टर्ड दानपत्र किये लगभग बारह वर्ष का लम्बा समय व्यतीत हो जाने के बाद भी उस जमीन का शासन के पक्ष में नामांतरण नहीं होने को लेकर अब लोग सवाल करने लगे हैं। ज्ञात हो कि जिला कलेक्टर बैतूल के नाम से 24 जुलाई 2012 को मौजा ग्राम हिवरा के  पटवारी हल्का नंबर 52 बटे नंबर 725 तहसील आठनेर जिला बैतूल खसरा नंबर 156/2 में से 0.156 हेक्टेयर याने 0.39 एकड़ जमीन दानदाता श्रीमती लता बाई पति वामनराव साकरे एवं गोवर्धन पिता मारोति राने दोनों जाति कुन्बी, निवासी ढोंडखेड़ा (हिवरा) द्वारा लगभग बारह वर्ष पूर्व जिला कलेक्टर बैतूल को दान की गई भूमि आज तक शासन के नाम पर नामांतरित नहीं हो पाई है! जिस पर अब बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं?

- भाजपा नेता गोवर्धन नहीं होने देना चाहता नामांतरण...
भूमिदान देकर जिस भाजपा नेता ने खूब वाहवाही बटोरी और नये नये पद प्राप्त किये वही दान की भूमि का नामांतरण नहीं होने दे रहा है यह शासन के लिए और जिलाधिकारी के लिए शोध का विषय हो सकता है ! जिसको लेकर ग्रामीणों के आरोप है कि स्वयं दानदाता गोवर्धन राने ही उसके द्वारा दान की भूमि का नामांतरण नहीं होने दे रहा है ? अब देखना होगा कि जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता और शासन प्रशासन तथा कलेक्टर साहब क्या उचित और निष्पक्ष कार्यवाही कब तक सुनिश्चित करते हैं भी अथवा नहीं?

- वास्तविक भूमिस्वामी को किया जा रहा दरकिनार...
भाजपा नेता गोवर्धन राने द्वारा जो दान की भूमि पर हाईस्कूल का निर्माण किया जाना बताया जा रहा है वास्तविकता में वह भूमि श्रीमती शांताबाई कवड़कर की बताई जा रही है। उक्ताशय में ग्रामीणों ने बताया कि जिस स्थान पर स्कूल नेतानुमा ठेकेदार द्वारा बनाया गया उसने भी यह भूमि भाजपा नेता की ही बताई थी जबकि यह भूमि शांताबाई कवड़कर के स्व. पति द्वारा बच्चों के खेल मैदान हेतु छोड़ी गई थी। यहाँ भी अपनी महत्वाकांक्षा और राजनैतिक रोटियां भाजपा नेता और नेतानुमा ठेकेदार द्वारा खूब अच्छे से सेंकी गई, और वास्तविक भूमि स्वामी को भुला दिया गया।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 14 मार्च 2024