बैतूल(हेडलाईन)/नवल वर्मा।भैसदेही जनपद की जामझिरी पंचायत की गौशाला की बदहाली सामने आ चुकी है और इससे एक बात साफ हो रही है कि सरकारी गौशालाओं में पशुधन की स्थिति खराब है। जैसे अब नया मामला चिचोली जनपद की देवपुर कोटमी की गौशाला का सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि यहां पशुधन के लिए पानी और चारे का कोई इंतजाम ही नहीं है। यहां पर भी साफ-सफाई का भी अभाव है। कोई देखने सुनने वाला तक नहीं है। बताया जा रहा है कि यहां किसी समूह को प्रबंधन का काम दे रखा है, लेकिन यह समूह क्या करता है और क्या नहीं करता है इसकी किसी को कोई जानकारी नहीं है। कोई यह बताने को तैयार नहीं है कि कितना पशुधन वर्तमान में है। पहले कितना पशुधन था और इसमें से कितना पशुधन मर गया। इस संबंध में जब पंचायत सचिव राजेन्द्र शिवहरे से पूछा गया तो उसका कहना था कि किसी सरस्वती स्व सहायता समूह को जिम्मेदारी दी गई है। 
वहीं समूह की एक महिला ने बताया कि उन्होंने समूह के अध्यक्ष को दो माह पहले बता दिया गया था कि भूसा नहीं है और सचिव को अवगत करा दिया था कि मोटर बंद है। इसलिए पानी का इंतजाम नहीं है, लेकिन उन्होंने कुछ भी नहीं किया।

इस संबंध में सचिव का कहना है कि बोर में मोटर है, लेकिन बिजली सप्लाई नहीं है। उन्होंने बताया कि कनेक्शन लगा हुआ है, लेकिन सप्लाई क्यों नहीं है उन्हें नहीं पता। उनका कहना है कि उन्होंने बिजली कंपनी के अधिकारियों को दो बार मौखिक रूप से कहा है। पूरे मामले में सरपंच, सचिव की भूमिका पर भी गंभीर सवाल है। गर्मी आ रही है और उन्होंने पानी का भी इंतजाम करवाना जरूरी नहीं समझा। वहीं दूसरी ओर वहां भूसे का इंतजाम नहीं है, लेकिन कोई देखने सुनने वाला नहीं है।
 समूह की महिलाओं का कहना है कि वे मवेशियों को बाहर चराने ले जाते है और वहीं से पानी पिलाकर लाते है, इसके बाद कोई इंतजाम नहीं रहता। इस तरह की स्थितियां बता रही है कि यहां पशुधन की क्या हालत हो रही है। जिस तरह की स्थितियां नजर आ रही है, उसमें यह सरकारी गौशालाएं पशुधन के लिए किसी यातनागृह से कम नजर नहीं आ रही है। गौमाता के नाम पर राजनीति करने वाले और अपनी दुकानें चलाने वाले संगठन इन गौशालाओं की तरफ आकर देखते भी नहीं है कि यहां की क्या हालत है।
नवल वर्मा हेडलाईन बैतूल 20 मार्च 2024