बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। पिछले एक सप्ताह से बस स्टेण्ड सडक़ काम ठप पड़ा हुआ है। ठेकेदार का तर्क है कि आगे काम करने के लिए कोई गुंंजाईश ही नहीं है। इस सडक़ पर जहां जितनी संभावना थी, उसने उतना काम कर दिया है। दरअसल इस सडक़ के चौड़ीकरण में दोनों तरफ जितनी खुदाई हुई थी, उतने में ठेकेदार ने जीएसबी फैला दी है। मुल्ला पेट्रोल पंप से लेकर लल्ली चौक तक यह काम हो चुका है। इसके आगे काम इसलिए संभव नहीं है कि अभी वहां का अतिक्रमण ही नहीं हटाया गया और सडक़ क्लीयर नहीं हो पाई है। इस स्थिति में काम ठप हो गया है। काम ठप होने की एक और बड़ी वजह यह है कि सडक़ निर्माण में विद्युतीकरण का काम शुरू नहीं हो पाया है, दूसरा डिवाईडर को लेकर स्थिति क्लीयर नहीं हो पाई। इसलिए मुल्ला पेट्रोल पंप से लेकर लल्ली चौक तक जहां जीएसबी बिछाई गई है, वहां भी डामरीकरण आदि का काम नहीं हो पा रहा है। इस सडक़ पर व्यवसाय करने वाले व्यापारियों का कहना है कि जीएसबी बिछाने और डामरीकरण न होने सहित पानी का छिडक़ाव न करने से इस जीएसबी से डस्ट उड़ रही है, जिसकी वजह से उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। एक व्यापारी ने तंज करते हुए कहा कि वर्तमान में राजनीति चुनाव में व्यस्त है, इसलिए सडक़ निर्माण में तकनीकी ज्ञान ठेकेदार और नपा के अमले को नहीं मिल पा रहा है। और जब तक तकनीकी ज्ञान नहीं मिलेगा, तब तक किसी में दम नहीं है कि सडक़ का काम इससे आगे बढ़ सके। गौरतलब रहे है कि इस सडक़ के निर्माण को शुरू हुए दो माह से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन अभी तक काम में वह रफ्तार ही लोगों को नजर नहीं आ रही है, जिससे समय सीमा में सडक़ पूरी हो सके। 

जो तकनीकी जानकार है, उनका कहना है कि जब तक बस स्टेण्ड पर बसों की आवाजाही कुछ समय के लिए बंद नहीं की जाएगी, तब तक काम में रफ्तार आना संभव ही नहीं है। विशेषकर विद्युतीकरण के काम के लिए बसों की आवाजाही बंद करना जरूरी होगी, तभी विद्युतीकरण का काम होगा। जो विद्युतीकरण वाला ठेकेदार है। वह भी इसी तर्क के आधार पर काम शुरू नहीं कर रहा है कि ट्रैफिक के दौरान काम करना खतरे से खाली नहीं है। खैर जो भी हो जिस रफ्तार और जिस तरह से इस सडक़ का निर्माण हो रहा है उसे देखते हुए लग रहा है कि इसे बनने में लंबा समय लगेगा। इस सडक़ के निर्माण में जो डिवाईडर है, उसकी चौड़ाई भी कम की गई है। साथ ही सडक़ की चौड़ाई में भी डीपीआर और ड्राईंग डिजाईन के विपरित परिवर्तन किया जा रहा है। यह सब उस डीएमएफ की बिना मंजूरी के बिना किया जा रहा है। जिसके द्वारा इस सडक़ निर्माण के लिए बजट दिया गया है।

नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 01 अप्रैल 2024