बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। नया शिक्षा सत्र शुरू हो चुका है और स्कूलों में कक्षाएं शुरू होने के साथ ही अभिभावकों पर कॉपी, किताब और गणवेश खरीदने के लिए निजी स्कूलों का दबाव भी बढ़ गया है। इस दबाव के बीच कलेक्टर ने 28 मार्च को एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि गणवेश और किताबें कॉपीयां आदि खरीदने को लेकर अभिभावकों पर दबाव नहीं बनाया जाएगा। कलेक्टर के इस आदेश के बाद जो स्थिति है, उसको लेकर अभिभावकों का कहना है कि सॉरी कलेक्टर साहब आपका आदेश बेअसर नजर आ रहा है..?

- स्थिति 01: नामचीन स्कूलों द्वारा नहीं माना जा रहा आदेश...
नामचीन स्कूलों की कॉपी, किताबें निश्चित दुकानों पर ही मिलती है। यह बात वर्षो से अभिभावकों को पता है, उन दुकानों के अलावा अतिरिक्त कहीं और नही मिलती है। 

- स्थिति 02: सीबीएसई स्कूलों पर नहीं चलता किसी का जोर...
सीबीएसई पाठ्यक्रम वाले तथाकथित नामचीन स्कूलों पर स्कूली शिक्षा विभाग का कोई जोर नहीं चलता है। पिछले पांच वर्ष में हर बार यह बात उठती है, लेकिन कोई एक्शन नहीं होता।

- स्थिति 03: शिक्षा विभाग कभी भी बस्तों का वजन नहीं कराता...
जनहितकारी अदालत के स्पष्ट आदेश के बाद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी तथाकथित नामचीन स्कूलों में जाकर कभी भी बस्तों का वजन नहीं लेते है और केवल खानापूर्ति करते है।

- स्थिति 04 : हर बार हल्ला मचता है पर ठोस कार्रवाई नहीं होती...
एनसीईआरटी और एसआरटी के अलावा अन्य प्रकाशकों की पुस्तकें खरीदवाने को लेकर हर बार हल्ला मचता है। आदेश, निर्देश होते है, लेकिन यह सिस्टम कभी बंद नहीं होता।

- इनका कहना...
- अधिवक्ता संघ ने पूर्व में इस मामले में पुरजोर तरीके से आवाज उठाई थी...
पांच वर्ष पहले भी जिला अधिवक्ता संघ ने भी हर स्तर पर इस मामले को उठाया था और उस समय शिक्षा विभाग एक्शन में भी आया था।  
- आकाश श्रीवास्तव, अधिवक्ता, बेैतूल।

- स्टेण्डर्ट-2 में पढऩे वाले एक नामचीन स्कूल के छात्र की किताब 2662 की...
सदर क्षेत्र के एक सीबीएसई वाले नामचीन स्कूल की दूसरी कक्षा की किताब 2662 की आ रही है। इसी से अंदाज लगाए क्या लूट चल रही है।
- संजय पाल, अध्यक्ष, उपभोक्ता संघ।

- इस तरह के आदेश केवल खानापूर्ति के लिए होते है, इनका परिपालन होता नहीं...
प्रशासनिक स्तर पर इस तरह के आदेश जारी किए जाते है, ताकि खानापूर्ति हो जाए। जनहित अदालत के आदेश का परिपालन भी पूरी तरह से नहीं किया गया।
-गिरीश गर्ग, अधिवक्ता, बैतूल।

नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 03 अप्रैल 2024