बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। ग्राम पंचायत गोरााखार सरपंच महेश रावत ने अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए खुला फर्जीवाड़ा किया है? उच्च शिक्षित जिम्मेदार जनप्रतिनिधि व्यक्ति यदि दो-दो समग्र आईडी का उपयोग कर रहा है तो इसका मतलब है कि वह सबकुछ जानबूझकर कर रहा है! जो व्यक्ति कानून का जानकार है यदि वह व्यक्ति जानबूझकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए अलग-अलग तरह से दो आईडी बनाकर उपयोग कर रहा है तो उस पर कायदे से एफआईआर दर्ज होना चाहिए और सबसे बड़ी बात यह है कि इस पूरे मामले में उच्च अधिकारियों को जानकारियां होने के बावजूद भी अज्ञात कारणों से कोई एक्शन नहीं ले रहे है ? 

- नपा की आईडी पर बेटी ने ली 8 बार छात्रवृत्ति...       
सरपंच महेश रावत की पुत्री ने बैतूल नगरपालिका से 18 मार्च 2013 को बनाई गई आईडी क्रमांक 129534492 से 8 बार पोस्ट मैट्रिक पिछड़ा वर्ग की छात्रवृत्ति ली है। अंतिम बार 6 जनवरी 2022 को महेश रावत की पुत्री को छात्रवृत्ति मिली है! मतलब शासन की योजना का पूरा लाभ लिया गया है?

- पुत्र ने भी नपा की आईडी पर तीन बार ली छात्रवृत्ति...     
सरपंच महेश रावत के पुत्र ने भी उसकी बैतूल नपा में बनी समग्र आईडी क्रमांक 124933633 से शासन की योजना के तहत पोस्ट मैट्रिक पिछड़ा वर्ग की छात्रवृत्ति ली है? उसके द्वारा वर्ष 2017-18,  2016-17 एवं वर्ष 2015-16 में छात्रवृत्ति हासिल की है? 

- हेराफेरी करके बनाई गई दो आईडी...            
 जो महेश रावत की ग्राम पंचायत गोराखार और नगरपालिका बैतूल में दो अलग-अलग समग्र आईडी बनी है, उसमें नाम, उम्र आदि में हेरफेर किया गया है ताकि ऑनलाईन तरीके से डुप्लीकेसी में पकड़ में न आए, इसलिए पत्नि का नाम दोनों आईडी में अलग-अलग है और सभी सदस्यों की उम्र भी आईडी में लगभग अलग-अलग बताई गई?

- पकड़ में ना आए इसलिए बुआ को मां बताया...              
जो शहर की पारिवारिक आईडी है, उसको लेकर यह बताया जा रहा है कि इसमें जिस 92 वर्ष की वृद्ध महिला को मां बताया गया है वह असल में महेश रावत की बुआ है। आश्चर्यजनक बात यह है कि उक्त व्यक्ति ने अपनी बुआ के पति के नाम के तौर पर आईडी में अपने पिता का नाम ही दर्ज करवा दिया, इससे बड़ा क्या फर्जीवाड़ा होगा?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 30 अप्रेल 2024