बैतूल(हेडलाइन)/नवल वर्मा। उत्तर वन मंडल सामान्य में गंभीर अनियमितताएं होने के आरोप लगाए जा रहे है? बताया जा रहा है कि यहां पर जो भी सरकारी आर्थिक लेनदेन हो रहा है, उसमें हर स्तर पर घपलेबाजी हो रही है, उसे दबाने छुपाने का भरकस प्रयास किया जा रहा है? इस घपलेबाजी में अधिकारी, कर्मचारी सहित लिपिक भी शामिल है! यही कारण है कि सूचना के अधिकार में प्रेमशंकर मिश्रा को आर्थिक लेनदेन का प्रमाण माने जाने वाली केशबुक का निरीक्षण कराने से लिपिक द्वारा इंकार कर दिया गया था? जबकि प्रेमशंकर मिश्रा ने डिमांड पत्र और नियम के अनुसार राशि भी जमा कर दी है! आश्चर्यजनक बात यह है कि लिपिक द्वारा अवलोकन कराने से इंकार करने के बाद आरटीआई आवेदन लगाने वाले प्रेमशंकर मिश्रा ने उत्तर वन मंडल के डीएफओ से मुलाकात की और उन्हें वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए दस्तावेज उपलब्ध कराने का अनुरोध किया, लेकिन उनके द्वारा भी इस मामले में घोर उदासीनता का प्रदर्शन किया गया और आज दिनांक तक सूचना के अधिकार के तहत जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई! यह बताता है कि बड़ा घपला है और अधिकारी भी इसमें संलिप्त हो सकते है?
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 03 मई 2024