शाहपुर / बैतूल (हेडलाइन)/अंकुश मिश्रा। भयावाड़ी पंचायत के सचिव के नए-नए कारनामे सामने आ रहे है। इसके कारनामों में स्थानीय भाजपा नेताओ और कार्यकर्ताओं में खासी नाराजगी देखी जाती है। इसके बावजूद इस सचिव के खिलाफ कोई जांच और कार्रवाई नहीं होती है। ताजा मामला यह है कि पूर्व में विधायक निधि से स्वीकृत चौपाल एक कांग्रेसी की निजी जमीन पर बना दिया है और ऐसा करने से पहले उक्त कांग्रेसी से विधि अनुसार किसी तरह की अनुमति आदि प्राप्त नहीं की गई है। एक तरह से सचिव द्वारा निजी जमीन पर चौपाल बनाकर शासकीय धन का अपव्यय किया है। कायदे से जनपद पंचायत सीईओ और पंचायत इंस्पेक्टर को चाहिए कि इस सचिव के खिलाफ अमानत में खयानत का मामला पंजीबद्ध कराए। जानकारी के अनुसार 28 जनवरी 2021 को 2 लाख की राशि से यह चौपाल निर्मित की गई। स्थानीय शिव मंदिर के पास छत चौपाल निर्माण के लिए विधायक निधि से राशि स्वीकृत की गई थी। बताते है कि इस काम में जानकारी के मुताबिक उक्त निर्माण कार्य में अभी तक सीसी जारी नहीं की गई है। जिस तरह का यह चौपाल निर्मित हुआ है उसमें 2 लाख रूपए का खर्च होना ही आश्चर्यजनक लगता है। इस निर्माण के लिए 49 हजार 96 रूपए का बिल भुगतान के लिए लगाया गया था। वहीं अन्य एक बिल 13 हजार रूपए का लगाया गया है। कुल करीब 70 हजार रूपए के बिल भुगतान किए गए है। इस तरह के निर्माण कार्य में जिस तरह की धांधली हुई है, उसका विरोध पहले से भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ता करते रहे है, उनका आरोप रहा है कि उस वक्त के कांग्रेसी विधायक और स्थानीय कांग्रेसी नेताओं को खुश करने के लिए उक्त सचिव द्वारा तमाम नियम कायदों को ताक पर रखा गया था। 
कायदे से शासकीय भूमि पर चौपाल का निर्माण किया जाना था पर ऐसा नहीं किया गया। यदि निजी भूमि पर भी चौपाल का निर्माण किया गया है तो निर्माण के पहले संबंधित से बकायदा रजिस्टर्ड दान पत्र लिया जाना था जो पंचायत सचिव द्वारा नहीं लिय गया। अब ऐसी स्थिति में कायदे से पंचायत सचिव से न केवल रिकवरी होना चाहिए बल्कि उसके खिलाफ विधि अनुरूप प्रकरण भी पंजीबद्ध होना चाहिए। जिस तरह की भयावाड़ी पंचायत में धांधली होते आ रही है और उसके बावजूद भी सचिव के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है, इसे देखते हुए जनपद के अधिकारियों पर भी सवाल उठते है। 

- इनका कहना...
जो भी नियम विरूद्ध कार्य हुआ है, उसकी विधिवत जांच कराई जाएगी। सोमवार को इस संबंध में टीएल की बैठक के बाद आदेश जारी किए जाएंगे।
- सुनिता अग्रवाल, प्रभारी सीईओ, ज. पं. शाहपुर।
नवल वर्मा हेडलाइन बैतूल 10 मार्च 2024